
Buddhist Story मानसिक रूप से मजबूत लोगों कि आदतें
एक गुरु का एक शिष्य मानसिक रूप से बहुत कमजोर था वह एक ही बात को बार-बार सोचता रहता वह अपने अतीत की घटनाओं के बारे में सोचता रहता और कल्पना करता रहता कि काश ऐसा हो गया होता काश वैसा हो गया होता अपने ज्यादा सोचने की वजह से वह किसी भी काम को मन लगाकर नहीं कर पाता था उसे आश्रम में रह रहे अन्य शिष्यों से भी बहुत शिकायत थी वह अक्सर गुरु से शिकायत करता रहता कि मुझे इस शिष्य ने यह कह दिया उस शिष्य ने मेरे साथ यह कर दिया लोगों के साथ-साथ उसे अपने आसपास की हर चीज से शिकायत थी और उसमें कमी नजर आती थी वह अक्सर शिकायत करता रहता कि आज इतनी

Buddhist Story मानसिक रूप से मजबूत लोगों कि आदतें
गर्मी क्यों है या फिर आज इतनी ठंड क्यों है या इतनी बारिश क्यों हो रही है उसे हर चीज से परेशानी रहती थी जब भी उसके सामने कोई समस्या आती तो अपनी कमजोर मानसिकता की वजह से वह अपनी किस्मत को कोसने लग जाता और कहता कि पता नहीं हर बार मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है अगर उसे कोई कुछ कह देता अच्छा या बुरा तो वह अगले कई दिनों तक उसी बात के बारे में सोचता रहता वह कई बार लोगों को खुश करने का प्रयास करता और उनकी नजरों में अच्छा बनने के लिए उनके ऐसे कामों को भी हां बोल देता जिसे करने का उसका बिल्कुल भी मन नहीं होता था और फिर बाद में बैठकर पछताता रहता कि मैंने
दूसरों की सफलता
उसे हां क्यों बोल दिया इसके साथ ही वह अंदर से ईर्ष्यालु भी था उसे दूसरों की सफलता से ईर्ष होती थी और उनकी असफलता पर अंदर ही अंदर खुश होता था उसे लगता था कि कोई भी उसका भला नहीं चाहता सब उसका फायदा उठाना चाहते हैं सब स्वार्थी हैं इसीलिए वह हर चीज के बारे में हद से ज्यादा सोचता था और जरूरत से ज्यादा सतर्क रहता था इसी तरह की कई और मानसिक विकृतियां उसके अंदर थी जिसकी वजह से वह अपनी जिंदगी में बहुत ही अशांत और परेशान था और अपने भविष्य को लेकर हर समय डरा हुआ और चिंतित रहता था गुरु को शिष्य की इस कमजोर मानसिक अवस्था
के बारे में अच्छे से पता था लेकिन गुरु कुछ बोल नहीं रहे थे वह इंतजार कर रहे थे उस दिन का जिस दिन शिष्य को खुद अपनी इस कमजोर मानसिक स्थिति का आभास हो और वह गुरु से इस विषय में समाधान पूछने आए और बहुत ही जल्द वह दिन भी आ गया जिसका गुरु को इंतजार था एक शाम जब गुरु आश्रम के एक चबूतरे पर अकेले बैठे हुए थे वह शिष्य गुरु के पास आया और उन्हें प्रणाम कर उनके समक्ष बैठ गया और बोला गुरुदेव मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूं गुरु ने आंखों के इशारे से उसे अपनी बात कहने की आज्ञा दी शिष्य ने कहा गुरुदेव मेरा मन बहुत अशांत रहता है मैं बहुत ज्यादा सोचता हूं For other stories click here
मार्गदर्शन
छोटी-छोटी बातों को लेकर सोचता रहता हूं मुझे मेरे भविष्य की चिंता बहुत सताती है एक अनजान सा डर मुझे लगातार सताता रहता है जिस वजह से मैं अपने वर्तमान का कोई भी काम पूरे ध्यान से नहीं कर पा रहा हूं हे गुरुदेव इस मानसिक समस्या से बाहर निकलने के लिए मेरा मार्गदर्शन कीजिए उस शिष्य की पूरी बात को ध्यान से सुनने के बाद गुरु ने हल्की सी मुस्कान दी और फिर थोड़ा गंभीर होकर कहना शुरू किया तुम्हारी सारी समस्याओं का सबसे बड़ा कारण तुम्हारा मानसिक रूप से कमजोर होना है इंसान 90 प्र से भी ज्यादा दर्द अपने मानसिक रूप से कमजोर होने की वजह से महसूस करता है जबकि
मानसिक रूप से मजबूत
लोग रह रहे हैं उनके लिए सही है उसके आधार पर ही निर्णय लेते हो तब तुम मानसिक रूप से मजबूत हो मानसिक रूप से मजबूत लोग अपने जीवन को बदलने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत तो करते हैं लेकिन ऐसी बुरी आदतों की तरफ ध्यान नहीं देते जो उनकी पूरी मेहनत पर पानी फेर देती है जिसका परिणाम यह होता है कि वह अपने लक्ष्य को हासिल कर नहीं पाते और फिर इसके लिए वह या तो खुद की किस्मत को या फिर दूसरों को दोष देने लगते हैं शिष्य ने कहा गुरुदेव मैं भी मानसिक रूप से मजबूत बनना चाहता हूं आप मुझे मानसिक रूप से मजबूत बनने के नियम बताइए गुरु ने

कहा आज मैं तुम्हें 13 ऐसी गलतियों के बारे में बताऊंगा जिन गलतियों को मानसिक रूप से मजबूत लोग नहीं करते अगर तुम भी इन गलतियों को आज से ही करना बंद कर दो तो तुम भी मानसिक रूप से बहुत मजबूत बन जाओगे गुरु ने कहना शुरू किया पहली गलती यह है कि मानसिक रूप से मजबूत लोग खुद को बेचारा महसूस करने में अपना समय
बर्बाद नहीं करते बुरा समय किसी का भी आ सता हैचाहे वह किसी बीमारी के रूप में आए या फिर किसी दुर्घटना के रूप में लेकिन हम उसका सामना कैसे करते हैं यह हमारे बारे में बहुत कुछ बताता है अगर मानसिक रूप से मजबूत व्यापारी का धंधा चौपट हो जाए तो वह यह
Buddhist Story मानसिक रूप से मजबूत लोगों कि आदतें
समाज की मदद
नहीं सोचता कि मैं ईमानदार आदमी था मेरे साथ ऐसा तो नहीं होना चाहिए था या मैंने तो इतनी मेहनत की थी मेरे साथ ऐसा कैसे हो गया जो लोग उम्मीद करते हैं कि उनके साथ हमेशा सही होगा वो लोग अपनी जिंदगी में गुस्सा और तनाव भर लेते हैं क्योंकि उनको लगता है कि किस्मत ने उनके साथ धोखा किया है चाहे तुम दुनिया के सबसे बुद्धिमान इंसान हो या तुमने अपनी जिंदगी में बाकियों से ज्यादा दुख झेले हो फिर भी इस बात की कोई निश्चित नहीं है कि तुम्हारे साथ हमेशा सब अच्छा होगा मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ जैसे सवालों से मानसिक रूप से मजबूत लोग सतर्क हो जाते हैं क्योंकि
अपने जीवन में सफलता मिली
महसूस करते हैं दूसरी गलती जो कि मानसिक रूप से मजबूत लोग नहीं करते वह यह है कि यह लोग अपनी जिंदगी की डूर अपने जीवन का नियंत्रण किसी दूसरे के हाथ में नहीं देते यह इस बात को अच्छे से समझते हैं कि अगर चाहो तो चुनाव अपने ही हाथ में है कोई नहीं रोक रहा सिवाय कुछ डर और भावनाओं के जिनकी वजह से लोग दूसरों के नियंत्रण में हो जाते हैं यह किसी दूसरे की सोच को अपनी सोच पर हावी नहीं होने देते और किसी दूसरे से यह कभी नहीं बोलते कि यह व्यक्ति मुझे बहुत ज्यादा परेशान करता है या फिर उसने मुझे बहुत ज्यादा बुरा महसूस करवाया है
क्योंकि इससे सामने वाले को ही यह लगता है कि इस व्यक्ति को दूसरे लोग ही नियंत्रित करते हैं यह लोग इस बात पर विश्वास करते हैं कि चाहे उनके साथ कुछ भी हो जाए वह कैसी प्रतिक्रिया देंगे यह पूरी तरह से उनके नियंत्रण में है तीसरी गलती जो यह लोग नहीं करते व यह है कि यह लोग दूसरों की
सफलता से जलते नहीं हैं जो लोग मानसिक रूप से मजबूत होते हैं वह समझते हैं उस इंसान ने मेहनत की है उसने बहुत संघर्ष किया है अपने जीवन में तब जाकर उसे यह सफलता मिली है अगर मैं उतनी मेहनत करता या कोई और भी करता तो उसे भी यह कामयाबी मिल सकती थी मानसिक रूप से मजबूत लोग दूसरों कहा आज मैं
तुम्हें 13 ऐसी गलतियों के बारे में बताऊंगा जिन गलतियों को मानसिक रूप से मजबूत लोग नहीं करते अगर तुम भी इन गलतियों को आज से ही करना बंद कर दो तो तुम भी मानसिक रूप से बहुत मजबूत बन जाओगे गुरु ने कहना शुरू

किया पहली गलती यह है कि मानसिक रूप से मजबूत लोग खुद को बेचारा महसूस करने में अपना समय बर्बाद नहीं करते बुरा समय किसी का भी आ सता है चाहे वह किसी बीमारी के रूप में आए या फिर किसी दुर्घटना के रूप में लेकिन हम उसका सामना कैसे करते हैं यह हमारे बारे में बहुत कुछ बताता है अगर मानसिक रूप से मजबूत व्यापारी का धंधा चौपट हो जाए तो वह यह
सुरक्षा चाहिए
की सफलता को सच्ची प्रशंसा और सम्मान देते हैं वह जानते हैं कि सफलता कड़ी मेहनत के बाद मिलती है इसीलिए वह जलने और कमियां निकालने की बजाय अपनी ऊर्जा खुद को सफल बनाने में लगाते हैं और वह दूसरे सफल लोगों के साथ मिलकर काम करते हैं चौथी गलती कि यह लोग अपनी ऊर्जा वहां बर्बाद नहीं करते जिन चीजों को यह नहीं बदल सकते मानसिक रूप से मजबूत लोगों के मुंह से यह बात बड़ी ही मुश्किल से सुनने को मिलेगी कि यह मौसम ऐसा क्यों है इतनी गर्मी क्यों है यह समाज ऐसा क्यों है वह सिर्फ उन चीजों पर ध्यान देंगे जिनको वह बदल सकते हैं पांचवी चीज मानसिक रूप से मजबूत लोग
बदलाव से नहीं डरते कुछ लोग अपने जीवन में बदलाव से डरते हैं उन्हें हर एक चीज में सुरक्षा चाहिए नौकरी में जीवन में हर जगह वो लोग अपने जीवन में कुछ भी नया शुरू नहीं करते बस इसी डर से कि उनके पास जो है कहीं वह भी ना चला जाए और ऐसे लोग मानसिक रूप से मजबूत नहीं होते मानसिक रूप से मजबूत लोग बदलाव का स्वागत करते हैं और जीवन में आगे बढ़ते हैं साथ ही यह लोग भावनात्मक रूप से किसी भी चीज से किसी भी जगह से किसी भी इंसान से इतनी बुरी तरह से नहीं जुड़ते हैं कि फिर बाद में उनसे दूर जाने के बाद इन्हें बड़ी परेशानी देखनी पड़े छठी चीज यह लोग दूसरों को ज्यादा खुश Habits Of Mentally Strong People Buddhist Story मानसिक रूप से मजबूत लोगों कि आदतें
उत्साहित होते हैं
उन्हें ठीक से पता होता है इन्हें अपनी सीमाएं पता होती हैं यह लोग पछतावा नहीं करते कि काश मैं ऐसा कर लेता काश में वैसा कर लेता इन लोगों का सीधा जवाब होता है यह करना है या नहीं करना है मानसिक रूप से मजबूत लोग ना इस तरह से कहते हैं कि सामने वाले को बुरा महसूस भी नहीं होता है जो कि एक प्रभावशाली बातचीत का हिस्सा है सातवी चीज मानसिक रूप से मजबूत लोग जोखिम लेने से नहीं डरते वह चुनौतियों से डर कर नहीं भागते एक चीज निश्चित है कि तुम अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा नहीं कर पाओगे अगर चुनौतियों का सामना नहीं करोगे लेकिन कई बार हमारी भावनाएं हमारी समझ को ढक लेती
हैं जो चीज हमें डरावनी लगती है हम वहां छोटा सा भी जोखिम नहीं लेते हैं लेकिन जहां हम उत्साहित होते हैं वहां हम बिना सोचे समझे बड़ा जोखिम ले लेते हैं लेकिन एक मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति ऐसा नहीं करता पहले वह पता करता है कि इस जोखिम को लेने के बाद बुरा से बुरा क्या होगा क्या मैं उसका सामना करने में सक्षम हूं और अगर अच्छे परिणाम आए तो उसके बाद का अगला कदम क्या होगा वह पागलों की तरह जोखिम नहीं उठाता बल्कि अच्छे से सोच समझ कर ही खतरा मोड़ लेता है आठवी चीज यह लोग एक ही गलती बार-बार नहीं करते हैं सबसे पहली बात कि एक ही गलती बार-बार वही लोग करते हैं जो
सफलता
अपनी गलती को स्वीकार नहीं करते हैं और उससे कुछ सीखते नहीं है मानसिक रूप से मजबूत लोग मानते हैं कि हां यहां मेरी गलती है और वह सीखकर आगे बढ़ जाते हैं और उसे दोबारा नहीं करते नौवी चीज मानसिक रूप से मजबूत लोग अपने अतीत को लेकर रोते नहीं हैं अपने अतीत से कुछ सीखा जाए तो यह हमें मानसिक रूप से मजबूत बनाता है लेकिन हर समय अपने अतीत के निर्णयों पर प्रश्न चिन्ह लगाना और हर समय यह सोचते रहना कि कुछ बेहतर हो सकता था या फिर कुछ खुशी के पलों को याद कर कर के खुश होना यह सब हमें वर्तमान में जीने से और भविष्य के लिए योजना बनाने से रोकते हैं मानसिक रूप से for previws story click here
सोचकर समाधान निकालना ही पड़ेगा
उनका भला सोचे यह जरूरी नहीं है कोई अगर नहीं सोचे तो यह परेशान नहीं होते हैं और ना ही रोने बैठते हैं सिर्फ मानसिक रूप से कमजोर लोगों का यह कहना होता है कि यह दुनिया बहुत बुरी है यहां कोई अपना नहीं है मेरा तो कोई साथ ही नहीं देता मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति अपनी खुशी खुद ढूंढता है बारवा नियम मानसिक रूप से मजबूत लोग अकेले होने से डरते नहीं हैं ऐसे बहुत से लोग हैं जो अकेले होने से डरते हैं वह बार-बार किसी के साथ रहने की कोशिश करते हैं दिमाग में जो आ रहा है उससे भागने की कोशिश करते हैं लेकिन सच तो यह है कि कोई भी विचार जो बार-बार दिमाग में आ रहा है
उससे तुम कुछ समय के लिए तो भाग सकते हो लेकिन कभी ना कभी तुम्हें उसके बारे में अच्छे से सोचकर समाधान निकालना ही पड़ेगा मानसिक रूप से मजबूत लोग अकेले पढ़ने और अकेलेपन से डरते नहीं हैं बल्कि वह अकेलेपन का उपयोग खुद को समझने और खुद के विकास के लिए करते हैं 13वां नियम मानसिक रूप से मजबूत लोग इस बात की उम्मीद नहीं रखते कि हाथों हाथ परिणाम मिल जाएंगे व्यापार में रिश्तों में स्वास्थ्य में या कहीं पर भी अगर कोई आदत बदलनी है तो यह यह उम्मीद लगाकर नहीं बैठते हैं कि एक ही बार में परिणाम मिल जाएंगे यह समझते हैं कि बड़े बदलाव लाने में समय लगता है इसीलिए
धन्यवाद
यह लंबी योजना बनाकर पूरे धैर्य से काम करते हैं तो यह थी वोह 13 गलतियां जिन्हें अगर तुम करना बंद कर दो तो तुम भी एक मजबूत मानसिकता वाले इंसान बन जाओगे और तुम्हारी 90 प्र से भी ज्यादा समस्याएं सिर्फ तुम्हारे मानसिक रूप से मजबूत होने पर ही समाप्त हो जाएंगी इतना कहते हुए गुरु ने अपनी बात समाप्त की शिष्य को उन 13 गलतियों के बारे में पता चल चुका था जो मानसिक रूप से मजबूत लोग नहीं करते उसने इस जानकारी के लिए गुरु का धन्यवाद किया और अपने काम में लग गया
एक शिष्य और गुरु की कहानी से संबंधित FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
- गुरु ने शिष्य को कौन-सा पहला नियम बताया जो मानसिक रूप से मजबूत लोग अपनाते हैं?
- गुरु ने पहला नियम बताया कि मानसिक रूप से मजबूत लोग खुद को बेचारा महसूस नहीं करते और बुरा समय आने पर अपनी किस्मत को दोष नहीं देते, बल्कि उससे उबरने के लिए अपनी कोशिशें जारी रखते हैं।
- मानसिक रूप से मजबूत लोग जोखिम कैसे लेते हैं?
- मानसिक रूप से मजबूत लोग सोच-समझकर जोखिम लेते हैं। वे पहले यह पता करते हैं कि सबसे बुरा क्या हो सकता है और क्या वे उसका सामना करने में सक्षम हैं। यदि अच्छे परिणाम आते हैं, तो वे उसके बाद का अगला कदम भी सोचकर रखते हैं। वे पागलों की तरह बिना सोचे-समझे जोखिम नहीं उठाते हैं।
- मानसिक रूप से मजबूत लोग अपनी ऊर्जा किन चीजों पर बर्बाद नहीं करते?
- मानसिक रूप से मजबूत लोग अपनी ऊर्जा उन चीजों पर बर्बाद नहीं करते जिन्हें वे बदल नहीं सकते। वे केवल उन्हीं चीजों पर ध्यान केंद्रित करते हैं जिन पर उनका नियंत्रण होता है।
- मानसिक रूप से मजबूत लोग दूसरों की सफलता पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं?
- मानसिक रूप से मजबूत लोग दूसरों की सफलता से जलते नहीं हैं। वे समझते हैं कि सफलता कड़ी मेहनत और संघर्ष का परिणाम होती है। वे दूसरों की सफलता को सराहते हैं और अपनी ऊर्जा खुद को सफल बनाने में लगाते हैं।
- मानसिक रूप से मजबूत लोग अपने अतीत के बारे में कैसा दृष्टिकोण रखते हैं?
- मानसिक रूप से मजबूत लोग अपने अतीत को लेकर रोते नहीं हैं। वे अपने अतीत से सीखते हैं और वर्तमान और भविष्य पर ध्यान केंद्रित करते हैं। वे ‘काश ऐसा हो गया होता’ जैसे विचारों में नहीं उलझते और अपने अतीत को अपने वर्तमान और भविष्य पर हावी नहीं होने देते।
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