
The Story of the Rich and Poor Lazarus धनवान और गरीब लाजर की कहानी
The Story of the Rich and Poor Lazarus धनवान और गरीब लाजर की कहानी
क्या आपने कभी सोचा है कि इस दुनिया में सब कुछ होने के बाद भी कोई हमेशा के लिए खो सकता है या फिर जिसके पास कुछ नहीं था, वह स्वर्ग के सबसे ऊंचे सिंहासन तक पहुंच सकता है। आज हम आपको ले चलेंगे एक ऐसी कहानी में जो सिर्फ एक किस्सा नहीं एक चेतावनी है। बाइबल में दर्ज एक अमीर आदमी और एक गरीब भिखारी की सच्ची कहानी।

एक ऐसा अमीर जो हर दिन सोने चांदी में लिपटा रहता था। और एक गरीब लॉजर जो उसके दरवाजे पर जख्मों के साथ पड़ा रहता था। लेकिन जब मौत आई तो किसका मुकद्दर चमका और किसकी दुनिया लुट गई? जब दोनों की मौत
हुई। जल्द आ रहा है। भाग दो जब दोनों की मृत्यु हुई। समय बीतता गया। धनवान का जीवन ऐशो आराम में गुजरता रहा। हर दिन रेशमी वस्त्र, स्वादिष्ट भोजन और मनोरंजन का सिलसिला। उसके घर के बड़े-बड़े द्वारों के पीछे शोर था। जश्न का, हंसी का, जीवन के घमंड का। पर उसी द्वार के बाहर लॉजर पड़ा रहता। बदन पर चीथड़े, घावों से रिश्ता खून
धरती पर तिरस्कार, पर स्वर्ग में स्वागत: लॉज़र और धनवान की शाश्वत सच्चाई
और चेहरा जो भूख से सूखा जा रहा था। उसके पास कोई नहीं था। सिवाय कुछ कुत्तों के जो उसके घाव चाटने आते थे। वह कुछ नहीं मांगता था। बस वही टुकड़े जो उस धनवान की मेज से गिरते थे। हे प्रभु मुझे बस तेरा करुणा चाहिए। एक रात आई और उस रात ने बहुत कुछ बदल दिया। लॉजर ने अपनी अंतिम सांसे ली। किसी ने नहीं रोया। कोई विदाई नहीं दी
पर स्वर्ग में हलचल थी। बाइबल कहती है जब लॉजर मरा तो स्वर्ग दूत उसे लेकर अब्राहम की गोद में पहुंच गए। लका 16 22 लॉजर ने जैसे ही आंखें खोली एक नई दुनिया थी घाव अब नहीं थे चेहरा चमक रहा था
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और सामने अब्राहम खड़े थे पवित्र शांत मुस्कुराते हुए अब्राहम स्नेह से आओ पुत्र बहुत सहा तुमने अब विश्राम करो कुछ समय बाद धनवान मृत कोई स्वर्गदूत नहीं आया, कोई प्रकाश नहीं था, बल्कि एक अन्धकार धनवान की आत्मा ने खुद को एक ऐसे स्थान पर पाया जिसे बाइबल पीड़ा का देश कहता है। और जब उसने आंखें खोली तो देखा दूर कहीं अब्राहम है और उसकी गोद में लॉजर उसकी आंखों में हैरानी थी। धनवान चिल्लाते हुए अब्राहम पिता अब्राहम मुझ पर दया करो लॉजर को भेजो कि वह अपनी

उंगली पानी में डुबोकर मेरी जीभ को ठंडक दे सके क्योंकि मैं इस आग में तड़प रहा हूं। पुत्र याद कर तुमने अपने जीवन में बहुत कुछ अच्छा पाया और लॉजर ने दुख अब वह यहां सांत्वना पा रहा है और
तुम पीड़ा धनवान गिड़गिड़ाते हुए तो कृपया कृपया लॉजर को मेरे पिता के घर भेज दो मेरे पांच भाई हैं वे भी ऐसे ही जीवन जीते हैं उन्हें चेतावनी दे ताकि वे इस जगह ना आए
अब्राहम धीरे से उनके पास मूसा और भविष्य वक्ता हैं वे उनकी सुने धनवान हताशा में नहीं नहीं लेकिन अगर कोई मरे हुए में से उनके पास जाए तो वे जरूर मन फिरा लेंगे। अब्राहम अगर वे मूसा और भविष्यवक्ताओं की नहीं सुनते तो कोई मरे में से भी जी उठकर आए तब भी वे नहीं मानेंगे। क्या आप समझ पा रहे हैं धन ऐशो आराम शक्ति यह सब कुछ एक
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दिन छीन सकता है। पर जो सच्चा है वो है आत्मा की स्थिति। लॉजर जिसे दुनिया ने ठुकराया वह स्वर्ग का नागरिक बन गया। धनवान जिसने दुनिया को गले लगाया उसने शाश्वत तड़प चुनी। यह कहानी सिर्फ उनके बारे में नहीं है। यह आपके और मेरे बारे में भी है। मनुष्य यदि सारी दुनिया को जीत ले और अपने प्राण की हानि उठाए तो उसे क्या लाभ होगा? मत्ती 1620 अब सोचो
स्वर्ग की विरासत बनाम नरक की स्थायता: आत्मा का अंतिम निर्णय
तुम्हारी आत्मा आज किस ओर जा रही है? क्या तुम्हारा भरोसा धन में है या परमेश्वर में? यह कहानी यहीं नहीं रुकती। भाग तीन में जानिए लॉजर को जो विरासत मिली और कैसे यह कहानी आज भी हमें बदल सकती है। भाग तीन स्वर्ग की विरासत और नरक की स्थायता। कहानी अब उस मोड़ पर पहुंच चुकी है जहां निर्णय लिया जा चुका है। जहां ना तो वापसी
है और ना ही कोई बहाना। लॉजर और धनवान दोनों इस दुनिया से जा चुके हैं। अब सिर्फ उनकी आत्मा है और उनका अनंत निवास। स्वर्ग की विरासत लॉजर का सम्मान। लॉजर जिसे पृथ्वी पर किसी ने नहीं पहचाना। आज वह स्वर्ग के फाटकों पर स्वागत के साथ खड़ा है। धन्य है वे जो प्रभु के नाम से आते हैं। लॉजर अब्राहम की गोद में है। जो एक प्रतीक है परमेश्वर के साथ निकटता का।
उसका चेहरा अब शांति से चमक रहा है। उसके सारे आंसू पोंछ दिए गए हैं। ना भूख है, ना दर्द, ना अकेलापन। यह वही लॉजर है जिसे लोग देखना भी पसंद नहीं करते थे। तुमने पृथ्वी पर बहुत सहा। अब देखो तुम्हारे लिए क्या तैयार किया गया है। नरक की स्थायता, धनवान की सच्चाई। अब धनवान की आत्मा है। उस स्थान में जहां कोई शांति नहीं। ना
वहां रात होती है और ना दिन बस पीड़ा का अंतहीन सिलसिला। बाइबल कहती है जहां कीड़ा कभी नहीं मरता और आग कभी नहीं बुझती। धनवान चिल्लाता है। पानी थोड़ा पानी लेकिन वहां कोई सुनने वाला नहीं। काश काश मैंने सुना होता। काश मैंने लॉजर को देखा होता। एक इंसान ना कि बोझ। अब कोई सुनवाई नहीं।
पृथ्वी से अब क्या फर्क पड़ता है? इस दुनिया में जो बड़ा लगता है, धन, नाम, शोहरत, सम्मान, स्वर्ग की तुलना में वह सब कुछ फीका है। लॉजर ने अपने जीवन में शायद एक रोटी के लिए भी संघर्ष किया। पर उसके पास विश्वास था। उसने ईश्वर को थामा और वही थाम उसके लिए स्वर्ग का द्वार बना। धनवान ने सब कुछ पाया। पर उसके पास मन फिराने का समय नहीं था। उसने सोचा एक दिन

अंतिम निर्णय: आत्मा की तैयारी और अनंत की पुकार
सुधर जाऊंगा। पर वह एक दिन कभी नहीं आया। आज हम कहां हैं? यह कहानी सिर्फ बाइबल की एक गाथा नहीं है। यह आईना है जो हमें दिखाता है कि आज हम कौन सी राह पर चल रहे हैं।
क्या हम लॉजर की तरह हैं संघर्षों में भी विश्वास से भरे या धनवान की तरह बाहर से चमकते पर भीतर से खाली क्योंकि जब मृत्यु आती है, वह ना धनी को बखशती है ना गरीब को। वह सिर्फ एक चीज देखती है। क्या तुम्हारी आत्मा तैयार है? अब्राहम और आत्मा का संवाद रूपक। अब्राहम बता तू किस पर विश्वास करता था? आत्मा मेरे अच्छे कामों पर मैंने किसी को चोट नहीं पहुंचाई। अब्राहम पर क्या तूने परमेश्वर को जाना? उसके पुत्र को स्वीकारा या सिर्फ अपनी भलाई पर भरोसा किया? बाइबल कहती है मनुष्य
अपने कामों से नहीं विश्वास से बचाया जाता है। अब्राहम की गोद क्या वह आज भी खुली है? हां, आज
भी स्वर्गदूत तैयार हैं। अब्राहम की गोद खुली है। प्रभु यीशु की बाहें फैली हैं। पर यह अवसर सिर्फ इस जीवन में है।

मृत्यु के बाद सिर्फ निर्णय होता है। अब यह कहानी खत्म हो रही है। पर आपकी कहानी अभी बाकी है। लॉजर बनना आसान नहीं है। कभी-कभी तिरस्कार सहना पड़ता है। दर्द, अकेलापन। पर अंत में पुरस्कार अनंत है। धनवान जैसा जीवन दिखने में सुंदर पर आत्मा के लिए घातक हो सकता है। तो अब आप किसके जैसे जी रहे हैं? क्या आज आप वह निर्णय लेंगे जो लॉजर ने लिया था या आप उस धनवान की तरह रहेंगे जो चेतावनी मिलने के बाद भी ना बदल सका। जीवन एक रास्ता है।
हर दिन एक निर्णय है। स्वर्ग और नरक सिर्फ धार्मिक विचार नहीं है। वे वास्तविक हैं। आपका आज का चुनाव आपका अनंत भविष्य तय करेगा। अगर आप परमेश्वर के करीब आना चाहते हैं तो नीचे कमेंट में लिखें मैं तैयार हूं।
यहाँ उस कहानी पर आधारित 10 महत्वपूर्ण FAQ (Frequently Asked Questions) दिए गए हैं, जो पाठकों की समझ और आत्म-विश्लेषण में मदद करेंगे:
1. यह कहानी किस बाइबिल खंड पर आधारित है?
यह कहानी बाइबल के लूका 16:19-31 में दर्ज “अमीर और गरीब लॉज़र” की सच्ची घटना पर आधारित है।
2. लॉज़र कौन था और उसका जीवन कैसा था?
लॉज़र एक गरीब भिखारी था, जो अमीर आदमी के दरवाजे पर पड़ा रहता था, घावों से भरा और भूखा, लेकिन उसमें परमेश्वर पर गहरा विश्वास था।
3. अमीर आदमी का क्या दोष था?
उसने अपने ऐशो-आराम में खोकर अपने आस-पास के जरूरतमंदों की उपेक्षा की और परमेश्वर के सत्य को कभी गंभीरता से नहीं लिया।
4. मृत्यु के बाद दोनों का क्या हुआ?
लॉज़र को स्वर्गदूतों ने अब्राहम की गोद में पहुंचाया, जबकि अमीर आदमी को पीड़ा के स्थान — नरक — में भेजा गया।
5. यह कहानी हमें क्या सिखाती है?
यह चेतावनी देती है कि सांसारिक धन और आराम शाश्वत जीवन की गारंटी नहीं देते — आत्मा की स्थिति और विश्वास ही अंतिम निर्णय को प्रभावित करते हैं।
6. क्या अच्छे कर्म काफी नहीं हैं?
नहीं। बाइबल कहती है कि विश्वास के द्वारा ही उद्धार होता है, केवल कर्मों से नहीं (इफिसियों 2:8-9)।
7. क्या मृत्यु के बाद परिवर्तन संभव है?
बाइबल के अनुसार, मृत्यु के बाद निर्णय होता है (इब्रानियों 9:27)। तब बदलाव का कोई अवसर नहीं रहता।
8. अब्राहम की गोद का क्या मतलब है?
यह परमेश्वर के साथ निकटता और स्वर्ग में शांति का प्रतीक है।
9. मैं कैसे सुनिश्चित कर सकता हूँ कि मेरी आत्मा सुरक्षित है?
परमेश्वर में विश्वास रखकर, यीशु मसीह को उद्धारकर्ता के रूप में स्वीकार करके, और उसके वचनों पर चलकर।
10. यह कहानी मेरे लिए क्यों प्रासंगिक है?
क्योंकि यह हर इंसान को यह सोचने पर मजबूर करती है कि वह आज किस रास्ते पर है — आत्मिक विश्वास या सांसारिक भ्रम?
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कहानी ने मुझे गहराई से सोचने पर मजबूर कर दिया। क्या हमारे जीवन में भी ऐसी प्राथमिकताएं हैं जो हमें अंधकार की ओर धकेल सकती हैं? लाजर की कहानी यह दिखाती है कि सच्चा धन विश्वास और ईमानदारी में होता है। धनवान व्यक्ति की स्थिति ने मुझे यह सोचने पर मजबूर किया कि क्या हम भी अपने जीवन में सिर्फ भौतिक सुखों के पीछे भाग रहे हैं? क्या हमें अपने आसपास के लोगों की मदद करने और उनके दुखों को समझने की जरूरत नहीं है? अंत में, क्या हमारी आत्मा वास्तव में तैयार है? क्या हम इस कहानी से कुछ सीख सकते हैं और अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं?