
The Mysterious Temple of Jagannath Puri
The Mysterious Temple of Jagannath Puri
भारत के ओड़ीशा राज्य में स्थित एक अत्यंत रहस्यमय मंदिर के बारे में जहां विराजमान भगवान की मूर्ति में उस भगवान का असली दिल मौजूद है जी हां आपने बिल्कुल सही सुना ऐसा कहा जाता है कि जब इस मूर्ति की जगह नई मूर्ति रखी जाती है तो उस दिल को निकालकर नई मूर्ति में स्थापित कर दिया जाता है और इस दौरान पूरे शहर की बिजली को बंद कर दिया जाता है ताकि कोई भी इंसान उस दिल को ना देख सके और अगर गलती से कोई भी इंसान उस दिव्य दिल को देख लेता है तो उस इंसान की मृत्यु खुद ही हो जाती है यह भव्य मंदिर ओड़ीशा का जगन्नाथ पुरी मंदिर है तो आइए
The Mysterious Temple of Jagannath Puri
दोस्तों जानते हैं जगन्नाथ पुरी में विराजमान भगवान जगन्नाथ के बारे में 10 ऐसे रहस्य जिसे आज तक विज्ञान भी नहीं सुलझा पाया है रहस्य नंबर एक दोस्तों आपने यह तो देखा ही होगा कोई भी झंडा हवा की दिशा में ही लहराता है लेकिन भगवान जगन्नाथ मंदिर के ऊपर स्थापित ध्वज हमेशा हवा के विपरीत दिशा में ही लहराता है अब ऐसा क्यों होता है यह आज तक पता नहीं किया जा सका है और साथ ही इस झंडे को बदलने की मान्यता है ऐसा माना जाता है अगर झंडे को रोज नहीं बदला गया तो मंदिर 1800 सालों के लिए बंद हो जाएगा इसलिए ध्वज को रोज बदला जाता है रहस्य नंबर दो यह मंदिर 4 लाख
वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और इस मंदिर की ऊंचाई 214 फीट है मंदिर के सामने खड़े होक शीश यानी मंदिर की गुंबद को देख पाना असंभव है इस गुंबद की छाया में भी एक राज छुपा हुआ है यह गुंबद इतना विशाल होने के बावजूद भी इस गुंबद की परछाई सुबह दोपहर शाम किसी भी टाइम जमीन न पर नहीं पड़ती आज तक साइंटिस्ट भी इस बात की पुष्टि नहीं कर पाए हैं रहस्य नंबर तीन मंदिर के शीष के ऊपर भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र विराजमान है ऐसा कहा जाता है आप पुरी में कहीं भी खड़े हो आप इस चक्र को देख पाएंगे इस चक्र की बनावट इतनी खास है कि आप किसी भी दिशा से इस चक्र को देख
दुनिया की सबसे बड़ी रसोई
ले आपको ऐसा प्रतीत होगा जैसे यह चक्र आपके सामने ही है इसे नियर चक्र भी कहा जाता है यह अष्ट धातु से निर्मित है रहस्य नंबर चार आमतौर पर ऐसा देखा गया है किसी भी मंदिर मस्जिद या किसी ऊंची जगह पर पक्षियों का बैठना आम बात है लेकिन जगन्नाथ मंदिर के ऊपर आज तक किसी पक्षी को बैठे या उड़ते नहीं देखा गया है और ना ही सरकार ने मंदिर के ऊपर हेलीकॉप्टर या हवाई जहाज को उड़ाने की अनुमति दी है रहस्य नंबर पांच आपको यह बात जानकर हैरानी होगी मंदिर में रोज संध्याकाल के समय मंदिर के ऊपर स्थापित ध्वज को मंदिर के पुजारियों द्वारा उल्टा चढ़कर बदलना पड़ता है जी हां
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आपने बिल्कुल सही सुना इस मंदिर में पुजारी को सीधा नहीं बल्कि उल्टा चढ़ना पड़ता है और ध्वज भी इतना भव्य है जब यह लहराता है तो इसे सब देखते रह जाते हैं इस भव्य ध्वज पर भगवान शिव जी का चंद्र भी बना हुआ है रहस्य नंबर छह ऐसा माना जाता है कि जगन्नाथ मंदिर के परिषद में दुनिया की सबसे बड़ी रसोई है इस रसोई में 500 रसोइया और 300 सहकर्मी काम करते हैं यह सब मिलकर भगवान जगन्नाथ जी के प्रसाद को बनाते हैं इस रसोई से जुड़ा एक रहस्य यह भी है कि चाहे लाखों भक्त क्यों ही ना आ जाएं यहां प्रसाद कभी कम नहीं पड़ता लेकिन जैसे ही संध्या का समय आता है प्रसाद अपने
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जगन्नाथ मंदिर के अद्भुत रहस्य
आप ही कम होने लगता है यहां आज तक प्रसाद व्यर्थ नहीं हुआ इस प्रसाद को बनाने में मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है यह प्रसाद सात बर्तनों में बनाया जाता है सातों बर्तनों को एक के ऊपर एक रखा जाता है और रहस्य की बात यह है कि जो बर्तन सबसे ऊपर होता है यानी कि पहले नंबर का उसके अंदर प्रसाद सबसे पहले बनकर तैयार हो जाता है यह एक बहुत बड़ा रहस्य है आज तक इसे कोई भी सुलझा नहीं पाया है रहस्य नंबर सात दोस्तों भगवान जगन्नाथ जी का मंदिर चार धामों में से एक है मंदिर में प्रवेश करते ही एक सिंहद्वार है कहा जाता है जब तक सिंहद्वार के अंदर आपका कदम नहीं
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तब तक आपको समुद्र की लहरें सुनाई देगी परंतु जैसे ही आपका कदम सिंह द्वार के अंदर पड़ता है आपको समुद्र की लहरें सुनाई देनी बंद हो जाएंगी रहस्य नंबर आठ दोस्तों भगवान जगन्नाथ मंदिर में तीन मूर्ति विराजमान है भगवान श्री कृष्ण जी की उनके बड़े भाई बलराम और छोटी बहन सुभद्रा हालांकि जगन्नाथ मंदिर की तीनों मूर्तियों को हर 12 साल में बदला जाता है पुरानी मूर्ति को नई मूर्तियों की जगह स्थापित किया जाता है मूर्ति बदलने की प्रक्रिया में भी एक रोचक किस्सा है जब मूर्तियों को बदला जाता है तो पूरे शहर की बिजली को भगा दिया जाता है मंदिर के आसपास पूरा अंधेरा
भगवान श्री कृष्ण का जीवित हृदय और रत्न भंडार के भयानक रहस्य
कर दिया जाता है मंदिर के बाहर सीआरपीएफ की सुरक्षा तैनात कर दी जाती है सिर्फ पुजारियों को ही अंदर जाने की अनुमति होती है रहस्य नंबर नौ ऐसा माना जाता है जब भगवान कृष्ण ने द्वापर युग में अपने देह का त्याग किया और उनका अंतिम संस्कार किया गया तो शरीर के एक हिस्से को छोड़कर उनका पूरा शरीर पंचतत्व को लीन हो गया था ऐसा माना जाता है भगवान श्री कृष्ण जी का हृदय आज भी जिंदा है और भगवान जगन्नाथ जी की मूर्ति के अंदर विराजमान है माना जाता है वह आज भी धड़क रहा है रहस्य नंबर 10 हाल ही में कुछ साल पहले जगन्नाथ मंदिर के आठ रत्न भंडार को खोला गया जिसकी कीमत इतनी
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अधिक थी जिसे देखकर अच्छे-अच्छे के पसीने छूट गए आश्चर्यजनक बात यह है कि जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार की सारी कक्षाओं को नहीं खोला जा सका क्योंकि कुछ वैज्ञानिकों को मुताबिक जब वे रत्न भंडार की कक्षाओं में जितना अंदर जाते थे उनको उतना ही डर लगता है और कक्षाओं के अंदर से सांपों की आवाजें सुनने को मिलती थी जो कि बहुत ज्यादा भयानक थी कुछ लोग मानते हैं कि रत्न भंडार की रक्षा इन जहरीले सांपों द्वारा ही की जाती है और आज तक कोई भी साइंटिस्ट या आर्कियोलॉजिस्ट जगन्नाथ मंदिर के इन रहस्यों को नहीं सुलझा पाया है जगन्नाथ मंदिर के बारे में कई और भी कई The Mysterious Temple of Jagannath Puri – Miracle or Science? जगन्नाथ पुरी का रहस्यमई मंदिर – चमत्कार या विज्ञान?
जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार के रहस्य: सांपों द्वारा रक्षा, छिपे खजाने और अलौकिक शक्तियाँ
धिक थी जिसे देखकर अच्छे-अच्छे के पसीने छूट गए। आश्चर्यजनक बात यह है कि जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार की सारी कक्षाओं को नहीं खोला जा सका, क्योंकि कुछ वैज्ञानिकों के मुताबिक जब वे रत्न भंडार की कक्षाओं में जितना अंदर जाते थे, उनको उतना ही डर लगता था और कक्षाओं के अंदर से सांपों की आवाजें सुनने को मिलती थी, जो कि बहुत ज्यादा भयानक थी। कुछ लोग मानते हैं कि रत्न भंडार की रक्षा इन जहरीले सांपों द्वारा ही की जाती है और आज तक कोई भी साइंटिस्ट या आर्कियोलॉजिस्ट जगन्नाथ मंदिर के इन रहस्यों को नहीं सुलझा पाया है।
जगन्नाथ मंदिर के बारे में कई और भी रहस्य हैं, जिनके बारे में अब तक कोई ठोस प्रमाण नहीं मिल सके। रत्न भंडार की कक्षाओं में छिपे हुए खजाने को लेकर कई प्रकार की किंवदंतियाँ प्रचलित हैं। इनमें से एक मान्यता यह भी है कि इन खजानों में न सिर्फ रत्न और सोने-चांदी की मुद्राएँ हैं, बल्कि कुछ रहस्यमय और शक्तिशाली वस्तुएँ भी रखी हुई हैं, जो बहुत अधिक शक्ति और समृद्धि से जुड़ी हुई हैं।The Mysterious Temple of Jagannath Puri
आज तक इस भंडार को पूरी तरह से खोला नहीं जा सका, और इसके आसपास एक रहस्य बना हुआ है। इस अजीब और डरावने अनुभव ने वैज्ञानिकों को भी कन्फ्यूज कर दिया है। कुछ लोग तो यह मानते हैं कि इस रत्न भंडार को खोलने के बाद भयानक परिणाम हो सकते हैं, और इसे सुरक्षित रखने के लिए कोई अलौकिक शक्ति कार्य कर रही है।
यद्यपि, ये रहस्य अभी भी अनसुलझे हैं, परंतु जगन्नाथ मंदिर और इसके रत्न भंडार को लेकर दुनिया भर में दिलचस्पी बढ़ती जा रही है।
ओडिशा में रहस्यमय जगन्नाथ मंदिर के बारे में हिंदी में 10 अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न यहां दिए गए हैंः
- जगन्नाथ मंदिर का सबसे बड़ा रहस्य क्या है?
- जगन्नाथ मंदिर का सबसे बड़ा रहस्य यह है कि भगवान जगन्नाथ की मूर्ति के अंदर उनका असली दिल मौजूद है, जिसे जब नई मूर्ति स्थापित की जाती है, तो उस दिल को निकालकर नई मूर्ति में स्थापित किया जाता है। इस दौरान पूरे शहर की बिजली बंद कर दी जाती है ताकि कोई भी व्यक्ति उस दिल को न देख सके।
- मंदिर का झंडा हमेशा हवा के विपरीत दिशा में क्यों लहराता है?
- जगन्नाथ मंदिर का झंडा हमेशा हवा की दिशा के विपरीत लहराता है, और इस रहस्य को आज तक वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा पाए हैं।
- जगन्नाथ मंदिर की गुंबद की छाया क्यों नहीं पड़ती?
- जगन्नाथ मंदिर के गुंबद की छाया कभी भी जमीन पर नहीं पड़ती, चाहे वह सुबह हो, दोपहर हो या शाम। यह एक बड़ा रहस्य है जिसे अब तक कोई नहीं समझ पाया है।
- क्या है भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र का रहस्य?
- भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र मंदिर के शीष पर स्थापित है। यह चक्र इतना खास है कि इसे पुरी में कहीं भी खड़े होकर देखा जा सकता है, और यह हमेशा आपके सामने नजर आता है।
- जगन्नाथ मंदिर के ऊपर पक्षियों का क्यों नहीं बैठना?
- जगन्नाथ मंदिर के ऊपर आज तक किसी भी पक्षी को बैठते या उड़ते नहीं देखा गया है, और न ही सरकार ने यहां हेलीकॉप्टर या विमान उड़ाने की अनुमति दी है।
- जगन्नाथ मंदिर की रसोई का क्या रहस्य है?
- जगन्नाथ मंदिर की रसोई दुनिया की सबसे बड़ी रसोई मानी जाती है, जहां हजारों भक्तों के लिए प्रसाद तैयार किया जाता है। यहां हमेशा प्रसाद पर्याप्त रहता है, और संध्या के समय यह अपने आप कम होने लगता है।
- सिंहद्वार के भीतर प्रवेश करते ही समुद्र की लहरें क्यों नहीं सुनाई देतीं?
- जब भक्त सिंहद्वार के अंदर प्रवेश करते हैं, तो समुद्र की लहरों की आवाज़ सुनाई देना बंद हो जाती है, जो एक रहस्य बना हुआ है।
- जगन्नाथ मंदिर की मूर्तियों को हर 12 साल में क्यों बदला जाता है?
- हर 12 साल में मंदिर की मूर्तियों को बदलने की प्रक्रिया होती है, जिसमें पुरानी मूर्तियों को निकालकर नई मूर्तियों को स्थापित किया जाता है। इस दौरान पूरा शहर अंधेरे में डूब जाता है, और सिर्फ पुजारियों को अंदर जाने की अनुमति होती है।
- क्या भगवान कृष्ण का हृदय सच में भगवान जगन्नाथ की मूर्ति में है?
- ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण का हृदय आज भी जीवित है और यह भगवान जगन्नाथ की मूर्ति में स्थित है, जो आज भी धड़कता है।
- जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार में क्या रहस्य है?
- हाल ही में जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को खोला गया था, जिसमें बहुत अधिक मूल्यवान रत्न थे। हालांकि, इन रत्नों को पूरी तरह से नहीं खोला जा सका, और कुछ लोग मानते हैं कि वहां सांपों की आवाजें आती हैं, जो इन रत्नों की रक्षा करते हैं।
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