
Evil Book आत्माओं से खेलना
नई साल की पार्टी की तैयारी रानी, आरती, विजय, रोहित, और चेतन एक ही कॉलेज में पढ़ते थे और अच्छे दोस्त थे। पिछले कई दिनों से वे सब नए साल की पार्टी पर चर्चा कर रहे थे लेकिन कोई भी आईडिया उन्हें पसंद नहीं आ रहा था। तभी विजय ने कहा, “अरे यार न्यू ईयर पार्टी के लिए मेरे पास एक जबरदस्त आईडिया है अगर तुम लोग हां बोलो तो।”
Evil Book आत्माओं से खेलना
विजय का आईडिया
“क्या आईडिया है बताना, क्योंकि हम सोच रहे हैं कि इस बार नए साल की शुरुआत कुछ डिफरेंट तरीके से होनी चाहिए,” रानी ने कहा। विजय ने बताया, “देखो, यहां से 10 किमी दूर राजश्री पैलेस है। कहते हैं इस हवेली में एक किताब है जो शापित है। उस किताब पर हाथ रखकर तीन बार ‘टॉक टू मी’ कहने पर हम एक स्पिरिट को बुला सकते हैं।”
प्लान बनाना
चेतन ने डरते हुए कहा, “यह क्या तरीका हुआ न्यू ईयर सेलिब्रेट करने का? मुझे बिल्कुल पसंद नहीं आया।” विजय ने समझाते हुए कहा, “अरे यार चेतन, क्यों डर रहा है? हम सब साथ में वहां चलेंगे, खाएंगे-पिएंगे, मौज-मस्ती करेंगे, फिर टॉक टू मी गेम भी खेलेंगे। चिंता मत करना, 60 सेकंड से पहले हम उसे वापस भेज देंगे।” आखिरकार पांचों दोस्तों ने 31 दिसंबर की रात का प्रोग्राम बनाया और रात के 9:00 बजे राजश्री पैलेस पहुंच गए।
हवेली में अद्भुत अनुभव
जब वे हवेली पहुंचे तो उन्हें विजय वहां नहीं मिला। उसका फोन भी नहीं लग रहा था। चारों दोस्त पैलेस के अंदर पहुंच गए और रोहित एक किताब को लेकर टेबल पर रखता है। फिर रस्सी से खुद को बांधने के लिए कहता है। चेतन ने रोहित को कुर्सी से बांध दिया और रोहित ने किताब पर हाथ रखकर तीन बार ‘टॉक टू मी’ कहा।
आत्मा का आगमन
जैसे ही रोहित ने तीसरी बार ‘टॉक टू मी’ कहा, कमरे की खिड़की का कांच टूटकर नीचे गिर पड़ा। कमरे की लाइट फ्लकचुएट होने लगी और अंधेरे में उन्हें एक काला साया दीवार पर दिखाई देने लगा। रानी और बाकी दोस्तों की चीख निकल गई। रोहित ने गर्दन टेढ़ी करके डरावनी हंसी हंसना शुरू कर दिया।
विजय की सच्चाई और विशाखा की कहानी
तभी विजय हंसते हुए अंदर आ गया और बोला, “बस कर भाई, अगर तूने पांच मिनट और एक्टिंग कर ली तो इन लोगों का डर से ही हार्ट फेल हो जाएगा।” उसने बताया कि यह सब एक मजाक था जो रोहित और उसने मिलकर प्लान किया था। दोस्तों ने राहत की सांस ली और पार्टी खत्म होने के बाद अपने-अपने घर चले गए।
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विशाखा की दस्तक
कुछ दिन बाद रानी के हॉस्टल रूम में रात के समय दस्तक हुई। रानी ने दरवाजा खोला तो सामने एक 21 साल की लड़की खड़ी थी। उसने अपना नाम विशाखा बताया और कहा कि उसने एमफिल में एडमिशन लिया है। वे दोनों देर रात तक बातें करती रहीं और अच्छे दोस्त बन गए। अगले दिन रानी विशाखा को अपने ग्रुप से मिलवाने ले गई।
एक और रात राजश्री पैलेस में
विशाखा ने श्री पैलेस जाने की जिद की। हालांकि रानी को वहां जाने में डर लग रहा था, लेकिन दोस्तों ने विशाखा की जिद पर वे लोग उसे श्री पैलेस ले जाने के लिए तैयार हो गए। चेतन नहीं जा पाया क्योंकि उसके पापा की तबीयत ठीक नहीं थी। बाकी चारों दोस्तों ने विशाखा को हवेली में ले जाकर उसी टॉक टू मी गेम को फिर से खेला।
विशाखा का असली रूप
विशाखा ने जैसे ही तीन बार ‘टॉक टू मी’ कहा, कमरे का माहौल बदलने लगा। एक अजीब सी ठंडक और धुआं दिखाई देने लगा। रोहित ने कहा, “आज भी तुम कोई मजाक कर रहे हो क्या?” लेकिन विशाखा की आंखें पलट चुकी थी और बाल भयानक तरीके से बिखर गए थे। उसकी आंखों से खून बह रहा था।
Evil Book आत्माओं से खेलना
सच्चाई का पता लगना
दूसरी तरफ, चेतन अपने घर में फोटो देख रहा था कि उसने एक फोटो में अपने पीछे काली परछाई देखी। उसने सभी ग्रुप फोटो चेक किए और सभी में वही काली परछाई थी। वह समझ गया कि विशाखा कोई आत्मा है। उसने तुरंत गर्ल्स हॉस्टल का नंबर लगाया और पता चला कि वहां कोई विशाखा नहीं है और 301 नंबर का कोई रूम भी नहीं है।
फादर जमेल से मदद
चेतन फादर जमेल के पास गया और सारी बातें बताईं। फादर ने उसे पवित्र जल दिया और कहा, “उस विशाखा पर छिड़क देना और श्रापित किताब को जला देना।”
अंतिम संघर्ष और मुक्ति
चेतन दौड़ते हुए श्री पैलेस पहुंचा। रोहित अब एक जानवर की तरह चार पैर पर चलते हुए अपने दोस्तों की ओर बढ़ रहा था। चेतन ने पवित्र जल रोहित पर छिड़का, जिससे वह चिल्लाते हुए गिर पड़ा। चारों दोस्तों ने किताब पर जल की बूंदे गिराईं और उसे जला दिया। विशाखा की खों की आवाज पूरे पैलेस में गूंजने लगी और सबकुछ सामान्य हो गया।
रोहित का बचाव
वे रोहित को अस्पताल ले गए जहां उसकी जान बच गई। इस भयानक अनुभव ने उन्हें सिखाया कि आत्माओं के साथ खेलना कितना खतरनाक हो सकता है। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि आत्माओं और अज्ञात शक्तियों से खेलना एक भयानक और खतरनाक अनुभव हो सकता है। हमें हमेशा सावधान रहना चाहिए और ऐसी चीजों से दूर रहना चाहिए जो हमारे लिए नुकसानदायक हो सकती हैं।
श्री पैलेस की भूतिया रात: आत्मा का आतंक
नये साल की योजना
रानी, आरती, विजय, रोहित, और चेतन एक ही कॉलेज में पढ़ते थे और अच्छे दोस्त थे। पिछले कई दिनों से वे सब नए साल की पार्टी पर चर्चा कर रहे थे लेकिन कोई भी आईडिया उन्हें पसंद नहीं आ रहा था।
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विजय का प्रस्ताव
एक दिन विजय ने कहा, “अरे यार, न्यू ईयर पार्टी के लिए मेरे पास एक जबरदस्त आईडिया है। अगर तुम लोग हां बोलो तो…” “क्या आईडिया है, बताना क्योंकि हम सोच रहे हैं कि इस बार नए साल की शुरुआत कुछ डिफरेंट तरीके से होनी चाहिए,” आरती ने पूछा।
भूतिया खेल का सुझाव
विजय ने बताया, “देखो, यहां से 10 किमी दूर राजश्री पैलेस है। कहते हैं इस हवेली में एक किताब है। वो किताब शापित है। उस किताब पर हाथ रखकर तीन बार ‘टॉक टू मी’ कहने पर हम एक आत्मा को अपने पास बुला सकते हैं। 60 सेकंड तक तो वो आत्मा किसी को नुकसान नहीं पहुंचाती, लेकिन 60 सेकंड के अंदर अगर उसे वापस नहीं भेजा तो फिर कुछ भी हो सकता है।”
चेतन की चिंता
“यह क्या तरीका हुआ न्यू ईयर सेलिब्रेट करने का! मुझे बिल्कुल पसंद नहीं आया,” चेतन ने कहा। “अरे यार, चेतन, क्यों डर रहा है? हम सब साथ में वहां चलेंगे। खाने-पीने और मौज-मस्ती करेंगे। फिर ‘टॉक टू मी’ गेम भी खेलेंगे,” विजय ने समझाया।
पैलेस में प्रवेश
पांचों दोस्तों ने 31 दिसंबर की रात का प्रोग्राम बनाया और रात के 9:00 बजे राजश्री पैलेस पहुंच गए। “अरे यार, ये विजय हमें मोटिवेट कर रहा था और खुद आया ही नहीं। यहां तक कि उसका फोन भी नहीं लग रहा,” रानी ने कहा।
चारों दोस्त पैलेस के अंदर पहुंच गए। रोहित ने किताब को टेबल पर रखा और रस्सी से खुद को बांधने के लिए कहा। चेतन ने रोहित को कुर्सी से बांध दिया और फिर रोहित ने उस किताब पर हाथ रखकर तीन बार ‘टॉक टू मी’ कहा।
आत्मा का आगमन
जैसे ही रोहित ने तीसरी बार ‘टॉक टू मी’ कहा, कमरे की खिड़की का कांच तेज आवाज के साथ टूट गया और कमरे की लाइट फ्लकचुएट होने लगी। अंधेरे में उन्हें एक काला साया दीवार के ऊपर रंगता हुआ नजर आया, जिसे देखकर रानी और बाकी दोस्तों की डर के मारे चीख निकल गई।
रोहित का डरावना रूप
“रोहित, तुम ठीक तो हो ना?” रानी ने पूछा। लेकिन रोहित ने गर्दन टेढ़ी करके रानी की ओर देखा और डरावनी हंसी हंसने लगा। “रोहित, क्या हो रहा है तुम्हें?” आरती ने पूछा। रोहित अचानक से हंसना बंद कर देता है और खा जाने वाली नजरों से आरती की ओर देखने लगता है। “मुझे कुछ नहीं हो रहा, गाइस। रोहित, 60 सेकंड पूरे होने वाले हैं, अपना हाथ किताब पर से हटाओ,” चेतन ने कहा। रोहित ने पूरी ताकत लगाकर अपना हाथ किताब से हटाने की कोशिश की लेकिन कहा, “मेरा हाथ कोई मरोड़ रहा है। वो मुझे किताब से अपना हाथ उठाने नहीं दे रहा है।”
विजय का मजाक
जैसे ही 60 सेकंड पूरे हुए, रोहित जोर से हंसने लगा। तभी लाइट ऑन हो गई और विजय हंसते हुए अंदर आ गया। “बस कर भाई, अगर तूने पांच मिनट और एक्टिंग कर ली तो इन लोगों का डर से ही हार्ट फेल हो जाएगा।”
असली संकट की शुरुआत
सभी दोस्त हंसने लगे और पार्टी खत्म करके वहां से अपने-अपने घर चले गए। कुछ दिन बाद रानी के हॉस्टल रूम में रात के समय दस्तक होने लगी। “कौन है?” रानी ने पूछा। दरवाजा खोलने पर रानी ने देखा कि सामने एक 21 साल की लड़की खड़ी है। “हाय, मेरा नाम विशाखा है। मैंने एमफिल में एडमिशन लिया है। मन नहीं लग रहा था, देखा तुम्हारे रूम की लाइट जल रही है तो सोचा तुमसे बात कर लूं,” विशाखा ने कहा।
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विशाखा की दोस्ती
विशाखा और रानी देर रात तक बातें करते रहे और अच्छे दोस्त बन गए। अगले दिन रानी विशाखा को अपने ग्रुप से मिलवाने ले गई। चेतन ने श्री पैलेस वाली घटना के बारे में बताने लगा।
श्री पैलेस का दुबारा दौरा
विशाखा की जिद पर वे लोग उसे श्री पैलेस ले जाने के लिए तैयार हो गए। चेतन को छोड़कर सब वहां गए। विशाखा ने तीन बार ‘टॉक टू मी’ कहा और कमरे का माहौल फिर से बदल गया।
असली आत्मा का आगमन
अचानक उन सभी ने कमरे में अजीब सी ठंडक महसूस की और धुआं दिखाई देने लगा। रोहित और विजय ने कहा, “रोहित आज भी तुम कोई मजाक कर रहे हो क्या?” लेकिन विशाखा की आंखें पलट चुकी थीं और बाल बिखर गए थे। विशाखा ने कुर्सी से अपने हाथों को उखाड़ लिया और गुर्राने लगी। “तुम सबको आत्माओं से खेलने का अंजाम दिखाऊंगी,” विशाखा ने कहा। तभी एक रस्सी आकर रोहित के पैरों से
श्री पैलेस की भूतिया रात: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
01. श्री पैलेस की कहानी का मुख्य कथानक क्या है?
श्री पैलेस की कहानी पांच दोस्तों की है जो नए साल की पार्टी मनाने के लिए एक पुरानी हवेली में जाते हैं। वहां वे एक खेल “टॉक टू मी” खेलते हैं, जिसमें एक शापित किताब का उपयोग कर आत्मा को बुलाया जाता है। बाद में उन्हें एक असली आत्मा का सामना करना पड़ता है, जो उनके जीवन को संकट में डाल देती है।
02: ‘टॉक टू मी’ खेल में क्या होता है?
‘टॉक टू मी’ खेल में एक शापित किताब का उपयोग किया जाता है। इस किताब पर हाथ रखकर तीन बार ‘टॉक टू मी’ कहा जाता है, जिससे आत्मा को बुलाया जाता है। आत्मा 60 सेकंड तक किसी को नुकसान नहीं पहुंचाती, लेकिन अगर उसे वापस नहीं भेजा गया तो गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
03: कहानी में विजय और उसके दोस्तों के साथ क्या होता है?
विजय और उसके दोस्त नए साल की पार्टी के लिए श्री पैलेस जाते हैं और ‘टॉक टू मी’ खेलते हैं। पहले यह मजाक लगता है, लेकिन बाद में विशाखा नाम की एक लड़की के माध्यम से असली आत्मा का सामना होता है, जिससे उन्हें गंभीर संकट का सामना करना पड़ता है।
04: विशाखा कौन है और उसकी कहानी में क्या भूमिका है?
विशाखा एक नई लड़की है जो रानी के हॉस्टल में रहती है। वह रानी से दोस्ती करती है और बाद में दोस्तों के साथ श्री पैलेस जाती है। ‘टॉक टू मी’ खेलते समय वह एक आत्मा के वश में आ जाती है और तब असली भूतिया घटनाएं शुरू होती हैं।
05: श्री पैलेस की कहानी का अंत कैसे होता है?
कहानी का अंत आत्मा के दोस्तों पर हावी होने और उन्हें डरावने अनुभवों का सामना करने के साथ होता है। आत्मा की उपस्थिति और उसके खतरनाक इरादों के कारण कहानी एक भयावह मोड़ लेती है, जिसका अंत पाठकों के लिए खुला छोड़ा गया है।
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